Kadamba Tarura Dala
Song Name: Kadamba Tarura Dala
Official Name: Mathura Virohcita Darasana Lalasa Song 4
(Devotee’s Yearning to see Mathura)
Author: Narottama Dasa Thakura
Book Name: Prarthana
Language: Bengali
Song Name: Kadamba Tarura Dala
Official Name: Mathura Virohcita Darasana Lalasa Song 4
(Devotee’s Yearning to see Mathura)
Author: Narottama Dasa Thakura
Book Name: Prarthana
Language: Bengali
kadamba tarura ḍāla, nāmiyāche bhūme bhāla,
phuṭiyāche phula sāri sāri
parimale bharala, sakala vṛndāvana,
keli kare bhramarā bhramarī (1)
rāi kānu vilāsai raṅge
kibā rūpa lāvaṇi, vaidagadha khani dhani,
maṇimaya ābharaṇa aṅge (2)
rādhāra dakṣiṇa kara, dhari priya giridhara,
madhura madhura cali jāya
āge pāche sakhī-gaṇa, kare phula variṣaṇa
kona sakhī cāmara ḍhulāya (3)
parāge dhūsara sthala, candra-kare suśītala,
maṇimaya vedīra upare
rāi-kānu kara joḍi, nṛtya kare phiri phiri,
paraśe pulake tanu bhare (4)
mṛgamada-candana kare kari sakhī-gaṇa
variṣye phula gandha-rāje
śrama-jala bindu bindu śobha kare mukha-indu
adhare muralī kibā bāje (5)
hāsya-vilāsa-rasa sarala madhura bhāṣa
narottama-manoratha bharū
dūṅhūka vicitra veśa kusume racita keśa
locana-mohana līlā karu (6)
The Kadamba trees of Vrndāvana bend their blossoming branch- es down to the ground to offer obeisances. The bumblebees become maddened by the sweet fragrance from these trees.
In this atmosphere Krşņa is enjoying sweet pastimes with Rādhā, and They appear so beautiful together, decorated with the jewels of charm and wit.
Holding Rādhā’s right hand, Giridhari walks so sweetly. Sakhīs shower flowers on Them from the front and behind, as one sakhīs fans Them with a camara.
There is a jewelled alta, decorated with fragrant flowers and cooled by the moonshine, where Rādhā and Krsna dance in a circle holding hands and filled with ecstasy by each other’s touch.
The sakhīs offer sandalwood paste and musk, and shower gandha-rāja, gardenia flowers, on Rādhā and Krşņa. Tiny drops of perspiration increase the beauty of the moonlike face of Krşņa, and at that time He sweetly plays on the flute.
The wonderful dresses and attractive smiles and sweet talks of Rādhā and Krsna, Their hair decorated with kusuma flowers, and Their enchanting pastimes all delight Narottama dāsa and fulfill all his desires.
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कदम्ब तरूर डाल, नामियाछे भूमे भाल,
फुटियाछे फुल सारि सारि।
परिमले भरल, सकल वृन्दावन,
केलि करे भ्रमरा भ्रमरी ॥१॥
राइ-कानु विलासइ रङ्गे।
किबा रूप लावणि, वैदग्धखनि धनि,
मणिमय आभरण अङ्गे ॥२॥
राधार दक्षिण कर, धरि’ प्रिय गिरिधर,
मधुर मधुर चलि जाय।
आगे पाछे सखिगण, करे फुल वरिषण,
कोन सखि चामर बुलाय ॥३॥
परागे धूसर स्थल, चन्द्र करे सुशीतल,
मणिमय वेदीर उपरे।
राइ-कानु कर जोड़ि’, नृत्य करे फिरि’ फिरि’
परशे पुलके तनु भरे ॥४॥
मृगमद-चन्दन, करे करि’ सखीगण,
वरिषये फुल गन्धराजे।
श्रमजल बिन्दु बिन्दु, शोभा करे मुख-इन्दु,
अधरे मुरली किबा बाजे ॥५॥
हास्य-विलास-रस, सरल मधुर भाष,
नरोत्तम-मनोरथ भरू।
दूँहूक विचित्र वेश, कुसुमे रचित केश,
लोचन-मोहन लीला करु ॥६॥
वृन्दावन में कदम्ब के वृक्ष अपनी विकसित होती शाखाओं को धरती पर झुका कर प्रणाम करते हैं। इन वृक्षों में पुष्प प्रस्फुटित हो रहे हैं। उनकी परिमल सुगन्ध भ्रमर-युगल को उन्मत्त कर रही है तथा वे विभिन्न क्रिड़ाओं में मग्न हैं।
ऐसे मधुर वातावरण में कृष्ण श्रीराधिका के संग नाना प्रकार की विलासपूर्ण लीलाओं का आनन्द उठा रहे हैं। आकर्षण एवं चतुराई रूपी आभूषणों से युक्त, वे दोनों अत्यन्त सुन्दर लग रहे हैं।
श्री राधा का दाहिना हस्तकमल थामे वे मधुरतापूर्वक चल रहे हैं। आगे तथा पीछे दोनों ओर से सखीगण उनपर पुष्प वर्षा कर रही हैं तथा एक सखी चामर दुला रही है।
एक मणिमय वेदी, जो कि पराग-कणों द्वारा धूसरित एवं चन्द्र-किरणों द्वारा सुशीतल की गई है, के ऊपर श्रीश्री राधा-कृष्ण एक दूसरे का हाथ जोड़कर वृत्ताकार में घूम-घूमकर परस्पर नृत्य कर रहे हैं। परस्पर स्पर्श का अनुभव कर उनकी देह पुलकित हो रही है।
सखियाँ श्रीश्री राधा-कृष्ण को चन्दन-कस्तूरी का लेप अर्पित करती हैं तथा गन्धराज पुष्पों की वर्षा करती हैं। स्वेद (पसीने) की बूँदें श्री कृष्ण के चन्द्र मुख की शोभा में वृद्धि करती हैं तथा उस समय वे अपने अधरों पर मुरली रख उसे बजाते हैं।
श्रीश्री राधा-कृष्ण का हास्य-विलास-रस, सरल एवं मधुर वार्तालाप, अद्भुत वस्त्र, पुष्प-सुसज्जित केश, तथा मनमोहक लीलाएँ श्रील नरोत्तम दास ठाकुर को आनन्दित एवं उनकी सर्वमनोकामनाओं की पूर्ति करती हैं।
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